Shayari चाहतों के सफर में तुम हमसफर हो तुम्हारे बगैर यह जिंदगी किसी काम की नहीं है मोहब्बत के दीवानगी का असर आज भी है वह मेरे दिल के दर्द से बेखबर आज भी है उसके चेहरे पर खुशी रहती है अपने हालात पर रोता हूं जिंदगी का सही मकसद तुम्हारे प्यार से सीखा है हर कदम पर जिस तरह सहयोग मिला है सच्चे जीवन साथी की यह पहचान होती है हर रास्ते आसान हो गए धीरे धीरे सफलता की सीढ़ियों को चढ़ता गया सही दिशा दिया है ए बेवफा तुम्हारे जाने के बाद भुला देने की हर कोशिश बेकार रह गई जब खुदकुशी करने में नाकाम रह गया बूढ़े मां बाप के आंखों में आंसू देखकर जिंदगी का असली मकसद समझ पाया Shayari
Shayari sangrah | Hindi shayari